रांची । झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 13 सीटों पर गुरुवार शाम तीन बजे चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया। नियमतः मतदान के 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद कर दिया जाता है। इन सीटों के लिए मतदान 30 नवंबर को होना है। इस चरण की 13 सीटों में चतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार,पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर शामिल हैं। पहले चरण में राज्य के उग्रवाद प्रभावित जिले के रूप में चिह्नित पलामू, लातेहार, गढ़वा, गुमला, लोहरदगा और चतरा है।
चतरा में हैं सबसे कमउम्मीदवार
इन 13 सीटों पर कुल 189 उम्मीदवार मैदान में हैं। सबसे ज्यादा 28 उम्मीदवार भवनाथपुर सीट पर हैं, जबकि चतरा में सबसे कम सिर्फ 9 उम्मीदवार ही चुनाव लड़ रहे हैं। पहले चरण में कुल 37 लाख 83 हजार 55 वोटर अपने मतदान का प्रयोग करेंगे।
इन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला
इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होने वाला है, उनमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लोहरदगा से पार्टी उम्मीदवार डॉ. रामेश्वर उरांव, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा उम्मीदवार सुखदेव भगत, आजसू पार्टी की नीरू शांति भगत शामिल है।
डालटनगंज में भाजपा के आलोक चौरसिया और कांग्रेस के केएन त्रिपाठी, विश्रामपुर में भाजपा उम्मीदवार सह स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी और कांग्रेस के चंद्रशेखर दूबे, छतरपुर में भाजपा की पुष्पा देवी, आजसू पार्टी के राधाकृष्ण किशोर और राजद के विजय राम, हुसैनाबाद में आजसू पार्टी उम्मीदवार कुशवाहा शिवपूजन मेहता और राजद के संजय प्रसाद सिंह यादव, पांकी में कांग्रेस के देवेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू सिंह और भाजपा के शशिभूषण मेहता, लातेहार में भाजपा के प्रकाश और झामुमो के बैद्यनाथ राम, मनिका में कांग्रेस के रामचंद्र चेरो और भाजपा के रघुपाल सिंह, गुमला में भाजपा के मिशिर कुजूर और झामुमो के भूषण तिर्की, बिशुनपुर में झामुमो के चमरा लिंडा और भाजपा के अशोक उरांव तथा चतरा से राजद के सत्यानंद भोक्ता और भाजपा के जर्नादन पासवान के बीच मुख्य मुकाबला है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि चुनाव को लेकर सारी तैयारियों पूरी कर ली गयी हैं। उन्होंने बताया किप्रथम चरण के मतदान में सभी विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं। इसके लिए आयोग की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। चुनाव प्रभावित न हों, इसके लिए सीआरपीएफ की तीन कंपनी चतरा, चार कंपनी लातेहार, दो कंपनी गढ़वा, बीएसएफ की तीन कंपनी लोहरदगा, दो गुमला, दो पलामू, दो गढ़वा, तीन लातेहार में लगायी गयी हैं। इसी तरह आइटीबीपी की दो कंपनी गढ़वा, तीन चतरा, तीन पलामू और एक कंपनी गढ़वा में तैनात की गयी। सिर्फ पहले चरण के विधानसभा क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि अंतर्राज्यीय सीमा पर भी सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किया गया है। इसमें सीआरपीएफ की दो-दो कंपनी गिरिडीह और बोकारो में लगायी गयी हैं। आइटीबीपी की दो कंपनी गढ़वा, दो सरायकेला और तीन चाईबासा में लगायी गयीं। सीमा सुरक्षा बल की दो कंपनी रांची, तीन खूंटी, दो गुमला और तीन कंपनी सिमडेगा में तैनात की गयी हैं।
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